स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। नौवीं एवं 11वीं की तिमाही और छमाही परीक्षा के पेपर एक समान रहने से एकेडमिक सुधार भी होगा।
अभी तक प्रदेशभर में 9वीं एवं 11वीं क्लास की सालाना परीक्षा के पेपर ही एक समान लिए जाते हैं। जानकार बताते हैं 2006 में हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल का रिजल्ट 31% आने के बाद प्रदेश भर में काफी हंगामा मचा था